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छात्र जीवन से ही जरूरी है कौशल विकास, मिलकर काम करें शैक्षणिक-औद्योगिक संस्थाएं

Sushmashree
Sushmashree Sep 21 2023 - 6 min read
छात्र जीवन से ही जरूरी है कौशल विकास, मिलकर काम करें शैक्षणिक-औद्योगिक संस्थाएं
नई दिल्ली के मंडी हाउस स्थित फिक्की ऑडिटोरियम में 20 सितंबर 2023 से दो दिवसीय 14वें ग्लोबल स्किल्स समिट 2023 का आयोजन किया गया। इस दौरान यहां देश-विदेश की कई ऐसी हस्तियां शामिल हुईं, जो शिक्षा, उद्योग और कौशल विकास के क्षेत्रों से जुड़े हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीते 17 सितंबर 2023 को विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर विश्वकर्मा योजना लाॅन्च किया। इसके अंतर्गत देश में कौशल विकास को बढ़ावा देने और 'वोकल फोर लोकल' व 'स्टार्टअप' कार्यक्रमों में ज्यादा तेजी लाने की बात की गई। इसी क्रम में नई दिल्ली के मंडी हाउस स्थित फिक्की ऑडिटोरियम में 20 सितंबर 2023 से दो दिवसीय 14वां वैश्विक कौशल सम्मेलन 2023 (14वें ग्लोबल स्किल्स समिट 2023) का आयोजन किया गया। इस दौरान कौशल विकास, युवाओं को समर्थ बनाने और उनका भविष्य निर्माण करने पर विशेष तौर पर जोर दिया गया।

इस सम्मेलन के दौरान विशेषतौर पर जो बात निकलकर सामने आई, वह है- हमारी शिक्षा प्रणाली में कुछ ऐसे बदलाव किए जाने की आवश्यकता है कि बचपन से ही छात्रों के कौशल विकास पर गंभीरता से विचार किया जाए। हमारी शिक्षा प्रणाली ऐसी हो कि मानसिक और बौद्धिक विकास के साथ-साथ छात्रों में हाथ का हुनर भी डालने के प्रयास किए जाएं, ताकि बड़े होकर उन्हें अपने कार्यक्षेत्र के चुनाव में आसानी हो। साथ ही, वे जिस भी क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने के बारे में तय करें, उस क्षेत्र से जुड़ी जानकारी उन्हें पहले से ही इतनी हो कि वे चाहें तो किसी भी कंपनी में नौकरी करने या फिर खुद का व्यवसाय शुरू करने का निर्णय आसानी से कर सकें। साथ ही, उसमें बेहतर कर सकें, जिससे उनके साथ-साथ देश का विकास भी संभव हो सके।

इसके अलावा दो दिवसीय इस सम्मेलन में इस बात पर भी जोर दिया गया कि अब समय आ गया है कि उद्योग कंपनियां भी कौशल विकास को गंभीरता से लें। कंपनियों को आगे बढकर टियर 2 और 3 शहरों के स्कूलों तक अपनी पहुंच बनानी चाहिए और कोशिश करनी चाहिए कि वहां पहुंचकर वे बचपन से ही छात्रों के अंदर कुछ न कुछ कौशल डालने का प्रयास करें। कुछ ही समय के प्रशिक्षण के बाद कंपनियां यह समझ पाने में सक्षम होंगी कि किन छात्रों में कौन से कौशल के विकास की जरूरत है? इसके बाद उनके अंदर जिन कौशल के विकास की जरूरत होगी, उन्हें आगे बढ़ाया जाएगा। इसके लिए कंपनियां शिक्षकों को कौशल प्रशिक्षण के लिए तैयार करेगी, जो छात्रों को प्रशिक्षित करेंगी।  

उच्च गुणवत्ता वाली मांग आधारित कौशल

पहले दिन कार्यक्रम की शुरुआत सवेरे 10.15 बजे लेनोवो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और साइट लीडर लेनेवो ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर शैलेंद्र कत्याल के विशेष संबोधन के साथ हुई। इसके बाद कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय, भारत सरकार के सचिव अतुल कुमार तिवारी ने कीनोट स्पीकर के तौर पर संबोधन किया। इलेक्ट्राॅनिक्स मैनुफैक्चरिंग इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण पर केंद्रित हाई क्वालिटी डिमांड ड्राइवन स्किलिंग (उच्च गुणवत्ता वाली मांग आधारित कौशल) और स्किल फाइनैंनसिंग माॅडल्स इन इंडिया (भारत में कौशल वित्तपोषण मॉडल) पर अपनी बात रखी। पहले सेशन में एजुकेशन और स्किल्स: पिलर्स फोर मेकिंग इंडिया दि स्किल कैपिटल ऑफ द वर्ल्ड (शिक्षा एवं कौशलर: भारत को विश्व की कौशल राजधानी बनाने के स्तंभ) मुद्दे पर चर्चा की गई। इस दौरान काॅमनवेल्थ एजुकेशन मीडिया सेंटर फोर एशिया (सीईएमसीए) के डायरेक्टर डाॅ. बशीरहमद शादरच, मेरठ के गार्गी गर्ल्स स्कूल की प्राध्यापक डाॅ. अनुपमा सक्सेना, एजुकेशन टेस्टिंग सर्विसेज ईटीएस के कंट्री मैनेजर इंडिया एंड साउथ एशिया सचिन जैन, गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी के काॅरपोरेट रिलेशंस के डायरेक्टर डाॅ. विनय लिटोरिया, सर सीवी रमन आईटीआई धीरपुर दिल्ली के वाइस प्रिंसिपल आरपी कथुरिया और भारती फाउंडेशन की सीईओ ममता सैकिया ने पैनल चर्चा में भाग लिया। सैकिया इस सेशन को माॅडरेट कर रही थीं। अर्बन कंपनी के को-फाउंडर अभिराज सिंह भाल ने भी इस मुद्दे पर अपनी बात रखी।
 
दूसरे सेशन में इंडस्ट्री ड्राइवेन हाई क्वालिटी स्किलिंगः इम्पेरेटिव रोडमैप मुद्दे पर चर्चा की गई। इस दौरान केपीएमजी इन इंडिया के एजुकेशन एंड स्किल डेवलपमेंट के नेशनल लीडर नारायण स्वामी, मिंडा काॅरपोरेशंस एंड चेयरमैन, इंडिया इलेक्ट्राॅनिक्स एंड सेमीकंडक्टर एसोसिएशन के प्रेसिडेंट एंड सीईओ संजय गुप्ता और नेशनल काउंसिल फोर वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (एनसीवीईटी), भारत सरकार के चेयरपर्सन रिटायर्ड आईएएस डाॅ. निर्मलजीत सिंह कलसी ने एक-एक करके इस मुद्दे पर अपनी बात रखी। इसके बाद नेस्ले साउथ एशिया रीजन के हेड ऑफ़ टैलेंट वैभव चतुर्वेदी, इंडो यूरो सिंक्रोनाइजेशन के सीईओ एनके मोहापात्रा, मारूति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के ट्रेनिंग एकेडमी के एग्जीक्यूटिव एडवाइजर व फिक्की स्किल डेवलपमेंट कमिटी के को-चेयर मनोज अग्रवाल, पैनआईआईटी अलुमनाई फाउंडेशन पीएआरएफआई के इम्प्लाॅयर पार्टनरशिप विजय श्रीनिवासन और केपीएमजी इन इंडिया के एजुकेशन एंड स्किल डेवलपमेंट के नेशनल लीडर नारायण स्वामी मोडरेटर ने इस चर्चा में भाग लिया।
 
ग्रीन स्किल्स एंड ग्रीन जाॅब्स

तीसरे सेशन में 'ग्रीन स्किल्स एंड ग्रीन जाॅब्स' के मुद्दे पर चर्चा की गई। इस मुद्दे पर एशियन पेंट्स के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट एंड ग्रुप हेड- काॅरपोरेट अफेयर्स एंड सीएसआर अमित सिंह, जीआईजेड इंडिया के क्लस्टर कोऑर्डिनेटर एसपीएसडी क्लस्टर राॅडने रीवियर और नीति आयोग के डायरेक्टर मनीष कुमार विमल ने विशेष तौर पर अपनी बात रखी। इसके बाद इस मुद्दे पर प्रोटा टेक इंक के प्रेसिडेंट एंड सीईओ डाॅ. अबराह्म कुमार, यूएस ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट व जीबीसीआई इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर मिली मजुमदार, हनीवेल इंडिया के डायरेक्टर टैलेंट एक्वीजिशन दीप्ति विज, स्नेदर इलेक्ट्रिक के सीनियर मैनेजर-एजुकेशन सेहुल शाह और एशियन पेंट्स के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट एंड ग्रुप हेड- काॅरपोरेट अफेयर्स एंड सीएसआर अमित सिंह मोडरेटर ने पैनल चर्चा में भाग लिया।

चौथे सेशन में एम्पावरिंग टीवीईटी लीडरशिप एंड प्रेक्टिसनर्स (टीवीटी नेतृत्व और अभ्यासकर्ताओं को सशक्त बनाना) मुद्दे पर पैनल चर्चा हुई, जिसमें इस बात पर खास जोर डाला गया कि सहयोग के बिना विकास संभव नहीं। इसमें लारसन एंड टाॅब्रो लिमिटेड के ऑफिस ऑफ द ग्रुप चेयरमैन एलएंडटी, लारसेन एंड टाॅब्रो लिमिटेड के स्किल डेवलपमेंट मिशन के चीफ एग्जीक्यूटिव के. रामाकृष्णन एएसएपी केरल की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, चेयरपर्सन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर डाॅ. उषा टाइटस, स्कूलनेट इंडिया लिमिटेड एंड लर्ननेट स्किल्स लिमिटेड के एमडी व सीईओ आरसीएम रेड्डी, ब्लोजम कोचर ग्रुप ऑफ कंपनीज की चेयरपर्सन ब्लोजम कोचर, दि यूनिवर्सिटी ऑफ मेलबर्न की प्रोफेसर इन हायर एजुकेशन प्रो. ची बैक, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नीकल टीचर्स ट्रेनिंग एंड रिसर्च एनआईटीटीआर, चंडीगढ के डायरेक्टर प्रो. भोला राम गुर्जर, स्किल्स काउंसिल ऑफ कनाडा इंक के फाउंडर व सीईओ ब्रैड लाॅयजेल ने पैनल चर्चा में भाग लिया और अपनी बात रखी।

सम्मेलन के दूसरे दिन 21 सितंबर 2023 को 'स्किलिंग इनिशिएटिव्स इन इंडियाः शेयरिंग ऑफ बेस्ट प्रैक्टिसेस' मुद्दे पर पैनल चर्चा के लिए केरल डेवलपमेंट एंड इनोवेशन स्ट्रैटजिक काउंसिल (केडीआईएससी) के सदस्य सचिव डाॅ. पीवी उन्नीकृष्णन, एपीएसएसडीसी, आंध्र प्रदेश सरकार के एमडी व सीईओ डाॅ. विनोद कुमार, महाराष्ट्र स्टेट स्किल्स यूनिवर्सिटी के फाउंडिंग वाइस चांसलर डाॅ. अपूर्वा पालकर, सेंटम लर्निंग लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर व सीईओ संजय बहल, स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी, एआईएसईसीटी ग्रुप के वाइस चांसलर डाॅ. अजय भूषण, सीईएमसीए विशेषज्ञ जाॅर्ज सी वर्गिस और जेनरेशन इंडिया के सीईओ अरुणेश सिंह मोडरेटर ने भाग लिया। अगले सेशन 'विरासत- दि हेरिटेज वोकल फोर लोकलः गो ग्लोबल' मुद्दे पर हुई पैनल चर्चा में सेंट्रल भारत सेवक समाज सीबीएसएस के चीफ मेंटर डाॅ. डार्ली कोशी, मिंत्रा के वीमेन एथनिक डायरेक्टर सौम्या मिश्रा, फेडरेशन ऑफ इंडियन वुमेन एंट्रप्रेन्योर्स की प्रेसिडेंट डाॅ. रजनी अग्रवाल, इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन के स्किल स्पेशलिस्ट गैबरियल बोरडैडो, अमेजन इंडिया कंज्यूमर बिजनेस के सेल्स हेड गौरव भटनागर, ऑल इंडिया आर्टिजन्स एंड क्राफ्टपर्सन्स वेलफेयर एसोसिएशन - एआईएसीए के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर मीनू चोपड़ा, असम स्किल यूनिवर्सिटी प्रोजेक्ट के स्किल मैनेजर सर्विस सेक्टर डाॅ. जगदीश नाथ और इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड की पूर्व डायरेक्टर एचआर वीणा स्वरूप मोडरेटर ने भाग लिया।

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