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बैटरी रिसाइक्लिंग स्टार्टअप बैटएक्स ने जुटाई फंडिंग

Opportunity India Desk
Opportunity India Desk Dec 20 2023 - 2 min read
बैटरी रिसाइक्लिंग स्टार्टअप बैटएक्स ने जुटाई फंडिंग
बैटएक्स बैटरी रिसाइक्लिंग स्टार्टअप ने हाल ही में कई कंपिनयों से 50 लाख डॉलर जुटाए। इस पूंजी का उपायोग देश के बाहर भी कंपनी के बाजार विस्तार के लिए किया जाएगा। बैटएक्स कंपनी की स्थापना वर्ष 2020 में उत्कर्ष और विक्रांत सिंह ने मिलकर की थी।

जेफियर पीकॉक, लेट्सवेंचर, मैनकाइंड फार्मा और अन्य से 50 लाख डॉलर जुटाए

बैट एक्स बैटरी रिसाइक्लिंग स्टार्टअप प्रदूषण घटाने में निभा रहा अहम् भूमिका

लिथियम-आयन (ली-आयन) बैटरी रीसाइक्लिंग कंपनी बैट एक्स एनर्जीज ने शुरुआती चरण के निवेश बाजार लेट्सवेंचर के साथ भागीदारी में निवेश फर्म जेफिर पीकॉक से अपनी प्री-सीरीज ए राउंड में 50 लाख डॉलर की फंडिंग जुटाई है। कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार इस पूंजी का उपयोग देश भर में नई सूक्ष्म सुविधाओं की स्थापना का समर्थन करने के अलावा भारत और बाहर बैटएक्स के बाजार विस्तार में तेजी लाने के लिए भी किया जाएगा। स्टार्टअप के मौजूदा निवेशक जीटो एंजल नेटवर्क, मैनकाइंड फार्मा के पारिवारिक कार्यालय, एक्सल इंडस्ट्रीज, ब्लूस्मार्ट आदि ने भी इसमें भाग लिया।

फंडिंग को लेकर स्टार्टअप ने कहा कि वह अपने हाई-इलेक्ट्रो आधारित महत्वपूर्ण सामग्री रिसाइक्लिंग और शोधन क्षमताओं को बढ़ाने, पुनर्नवीनीकरण बैटरी विकास के लिए वाणिज्यिक अनुसंधान विकास और वाणिज्यिक पैमाने पर दूसरे जीवन स्थिर ऊर्जा भंडारण अनुप्रयोगों (ईएसएस और बीईएसएस) उत्पादन इकाई को शुरू करने के लिए पूंजी का निवेश करेगा। बैटएक्स के संस्थापक उत्कर्ष सिंह ने कह कि हम ली-आयन बैटरी सामग्री के निष्कर्षण के लिए एक परिवर्तनकारी दृष्टिकोण की कल्पना करते हैं, जिससे इससे जुड़ी पर्यावरणीय जटिलताओं का समाधान होता है। हालंाकि ये बैटरी स्वच्छ और तकनीकी प्रगति के लिए महत्वपूर्ण हैं, लेकिन उनकी वर्तमान रिसाइक्लिंग विधियां कठिन पर्यावरणीय चुनौतियां पेश करती हैं। उच्च कार्बन उत्सर्जन, भूमि क्षरण, अत्यधिक पानी का उपयोग और प्रदूषण जोखिम। हम भारत के लिए महत्वपूर्ण सामग्रियों के आयात को कम करने और उन्हें रीसाइक्लिंग द्वारा उत्पादित करने पर बहुत ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिससे भारत आत्मनिर्भर बन सके। इसी के साथ प्रमुख ध्यान प्रदूषण जोखिम को कम करने पर भी है।

बैटएक्स करता है सतत् विकास लक्ष्यों का समर्थन

भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) और व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक्स को तेजी से अपनाया जा रहा है। इस तीव्र वृद्धि के कारण कच्चे माल की मांग में वृद्धि हुई है, जिनमें से अधिकांश आयातित हैं। बैटएक्स प्रयुक्त बैटरियों को नई बैटरियों के लिए महत्वपूर्ण सामग्रियों में परिवर्तित करके इस समस्या का समाधान करता है। यह स्टार्टअप सरलता से प्रयुक्त बैटरी को बैटरी ग्रेड सामग्री में बदल देता है। यह ब्लैक मास हाई यील्ड से 99.95 प्रतिशत शुद्ध लिथियम, निकेल, कोबाल्ट निकालता है। बैटएक्स एनर्जी संयुक्त राष्ट्र के 17 सतत विकास लक्ष्यों और 2070 तक भारत के नेट-शून्य उत्सर्जन जैसे वैश्विक स्थिरता लक्ष्यों का समर्थन करती है। जेफियर पीकॉक के मैनेजिंग डायरेक्टर पंकज रैना ने कहा कि कंपनी भारत में बैटरी आपूर्ति श्रृंखला में एक महत्वपूर्ण हितधारक बनने के लिए तैयार है क्योंकि रीसाइक्लर्स ली-आयन बैटरी निर्माण के लिए महत्वपूर्ण सामग्रियों का एक महत्वपूर्ण स्रोत होंगे।

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